ले चल वहाँ भुलावा देकर, मेरे नाविक धीरे धीरे

23 Part

161 times read

5 Liked

ले चल वहाँ... ले चल वहाँ भुलावा देकर,  मेरे नाविक धीरे-धीरे । जहाँ मिले वह गाँव पुराना,  मिलें खुशी के वृहद जखीरे ।। भागदौड़ करते-करते अब,  थक जाते हैं मेरे पग। ...

Chapter

×