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ले चल वहाँ... ले चल वहाँ भुलावा देकर, मेरे नाविक धीरे-धीरे । जहाँ मिले वह गाँव पुराना, मिलें खुशी के वृहद जखीरे ।। भागदौड़ करते-करते अब, थक जाते हैं मेरे पग। ...